भारत-पाक सीमा से सटे राज्यों में गुरुवार को मॉक ड्रिल, इस लिए की जा रही फिर से ड्रिल
नई दिल्ली: भारत-पाकिस्तान सीमा से सटे राज्यों — जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात — में गुरुवार शाम को एक व्यापक मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी।

नई दिल्ली: भारत-पाकिस्तान सीमा से सटे राज्यों — जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात — में गुरुवार शाम को एक व्यापक मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी। यह मॉक ड्रिल राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों और राज्य प्रशासन के संयुक्त प्रयास से हो रही है, जिसका उद्देश्य संभावित युद्ध या आतंकी हमले की स्थिति में आम नागरिकों को प्रशिक्षित करना और सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा करना है।
प्रशासन ने की लोगों से सर्तक रहने की अपील
सरकारी सूत्रों के अनुसार, इस मॉक ड्रिल के दौरान सीमावर्ती क्षेत्रों में सायरन बजेंगे, बंकरों का उपयोग किया जाएगा और नागरिकों को आपातकालीन स्थिति में सुरक्षित स्थानों तक पहुंचने की प्रक्रिया सिखाई जाएगी। प्रशासन ने लोगों से घबराने की बजाय सतर्क रहने और स्थानीय अधिकारियों के दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की है।
7 मई को देश के 244 जिलों में हुई थी मॉक ड्रिल
इससे पहले 7 मई को देश के 244 जिलों में इसी तरह की मॉक ड्रिल की गई थी, जिसमें हवाई हमले या बमबारी जैसी परिस्थितियों में नागरिकों को सुरक्षा उपायों की जानकारी दी गई। इस अभ्यास का उद्देश्य आपात स्थिति में प्रशासनिक और नागरिक दोनों स्तर पर प्रतिक्रिया प्रणाली को मजबूत बनाना है।
1971 में भारत-पाक युद्ध के दौरान हुई थी मॉक ड्रिल
देश में पिछली बार इतने व्यापक स्तर पर मॉक ड्रिल 1971 में भारत-पाक युद्ध के दौरान हुई थी। उस दौरान यह अभ्यास युद्ध की स्थिति में नागरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए किया गया था। मौजूदा परिदृश्य में यह मॉक ड्रिल एक महत्वपूर्ण सुरक्षा कदम माना जा रहा है, जो बदलते सुरक्षा हालात के मद्देनजर जरूरी है।
7 मई को सख्त जवाबी कार्रवाई की थी भारत ने
गौरतलब है कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत की ओर से 7 मई को एक सख्त जवाबी कार्रवाई की गई थी। इस कार्रवाई में भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) और पाकिस्तान में मौजूद नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाते हुए एयरस्ट्राइक की थी। इस मिशन को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया। रक्षा मंत्रालय के अनुसार, इस कार्रवाई में करीब 100 आतंकियों को ढेर किया गया था।
प्रशासन ने दी नागरिकों को सलाह
प्रशासन द्वारा नागरिकों को सलाह दी गई है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी आपात स्थिति में हेल्पलाइन नंबरों या नजदीकी प्रशासनिक केंद्रों से संपर्क करें। यह मॉक ड्रिल न केवल सुरक्षा बलों के लिए एक अभ्यास है, बल्कि आम जनता को भी जागरूक और तैयार करने का माध्यम है, ताकि किसी भी संभावित खतरे का सामना संयम और समझदारी से किया जा सके।