इंदौर के राजा रघुवंशी हत्याकांड में पत्नी सोनम पर हत्या की सुपारी देने का आरोप, गाजीपुर में ढाबे से हुई बरामदगी

इंदौर : राजा और सोनम मामले में बड़ा अपडेट सामने आया है, इस पूरे मामले में कोई और नही राजा की पत्नी सोनम ही हत्यारन निकली है,

इंदौर के राजा रघुवंशी हत्याकांड में पत्नी सोनम पर हत्या की सुपारी देने का आरोप, गाजीपुर में ढाबे से हुई बरामदगी

प्रेम, भ्रमण और मौत: एक हनीमून की भयावह परिणति

इंदौर : राजा और सोनम मामले में बड़ा अपडेट सामने आया है, इस पूरे मामले में कोई और नही राजा की पत्नी सोनम ही हत्यारन निकली है, ये भी बताया गया है कि सोनम ने ही राजा की सुपारी दी थी। इस मामले में 3 और भी आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है, जिसमें दो इंदौर और एक यूपी निवासी बताया जा रहा है। बताया ये भी जा रहा है कि सोनम का किसी राज कुश्वाह से अफेयर चलता था, और उसी के साथ मिलकर उसने इस घटना को अंजाम दिया।

11 मई 2025 को इंदौर के नामी ट्रांसपोर्ट कारोबारी परिवार के बेटे राजा रघुवंशी की शादी हुई थी। उनकी दुल्हन सोनम, पढ़ी-लिखी, सुंदर और मिलनसार युवती के रूप में परिवार में आई थी। सबकुछ सामान्य था। किसी को अंदेशा नहीं था कि महज 9 दिन बाद यह जोड़ा ऐसी त्रासदी का शिकार बन जाएगा, जिसकी गूंज पूरे देश में सुनाई देगी।

20 मई को राजा और सोनम हनीमून के लिए मेघालय के शिलॉन्ग रवाना हुए। 23 मई को वे प्रसिद्ध डबल डेकर रूट ब्रिज (लोंग रूट) घूमने सोरा क्षेत्र गए। इसके बाद दोनों लापता हो गए।


24 मई: परिवार से संपर्क टूटा, 25 मई को शुरू हुई खोज

24 मई से राजा और सोनम के मोबाइल बंद हो गए। परिवार बेचैन हुआ। राजा के बड़े भाई विपिन और सोनम के भाई गोविंद 25 मई को गुवाहाटी होते हुए शिलॉन्ग पहुंचे। तलाश की शुरुआत वहीं से हुई जहां से आखिरी बार लोकेशन मिली थीसोरा, एक पहाड़ी इलाका जहां पर्यटक 4000 सीढ़ियां उतरकर ब्रिज देखने जाते हैं। यह वही जगह थी जहां से दोनों आखिरी बार देखे गए थे।


संदेहों की शुरुआत: सुबह 5:30 बजे चेक आउट

होटल वालों ने बताया कि राजा और सोनम ने सुबह 5:30 बजे चेकआउट किया। यह समय संदेहास्पद लगा क्योंकि कोई नवविवाहित जोड़ा इतनी सुबह क्यों निकलेगा? इसके बाद स्थानीय गाइड और कॉफी वाले से जब पूछताछ की गई तो उनका व्यवहार भी संदिग्ध प्रतीत हुआ।


27 मई: मेघालय पुलिस पर लापरवाही के आरोप

राजा के भाई विपिन ने आरोप लगाया कि मेघालय पुलिस शुरुआत में गंभीरता से केस को नहीं ले रही थी। जब उन्होंने केस दर्ज करवाने की बात कही, तो सिर्फ शिकायती आवेदन लिया गया। सोरा थाने के कर्मचारियों ने उन्हें समझाने की कोशिश की कि "मिल जाएंगे", लेकिन कोई सक्रियता नहीं दिखाई। राजा की मां संगीता और परिवार ने लगातार मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और सांसद शंकर लालवानी से संपर्क साधा। इसके बाद ही केस ने रफ्तार पकड़ी।


28 मई: राजा का शव बरामद, हत्या की पुष्टि

28 मई को राजा रघुवंशी का शव एक जंगल से बरामद हुआ। शरीर पर गला दबाने के निशान थे। हत्या की आशंका को बल मिला। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पुष्टि हुई कि राजा की मौत गला घोंटने से हुई थी।


30 मई: डीजीपी ने किया बड़ा खुलासा

मेघालय की डीजीपी आई नोंगरांग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया कि राजा की हत्या उसकी पत्नी सोनम ने करवाई। उन्होंने बताया कि सोनम ने पेशेवर हत्यारों को सुपारी दी थी। पुलिस ने इंदौर और ललितपुर से कुल 3 आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया। इन तीनों पर सोनम के साथ मिलकर हत्या की साजिश रचने और अंजाम देने का आरोप है।


2 जून: सोनम की तलाश और सरेंडर की गुत्थी

सोनम 23 मई से ही लापता थी। 2 जून को यूपी के गाजीपुर जिले में नंदगंज के काशी ढाबा पर वह बेहोशी की हालत में मिली। पुलिस ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया और फिर 'वन स्टॉप सेंटर' में रखा।

यहां से शुरू होती है दो अलग कहानियों की लड़ाईपुलिस दावा करती है कि सोनम ने सरेंडर किया, जबकि परिवार कहता है कि वह खुद वहां पहुंची और भाई गोविंद को कॉल कराया। ढाबा मालिक साहिल यादव के अनुसार, सोनम ने रोते हुए उसके फोन से परिवार से संपर्क किया।


सोनम के पिता का दावा: 'मेरी बेटी निर्दोष है'

सोनम के पिता देवी सिंह ने साफ कहा कि "मेरी बेटी निर्दोष है, वह ऐसा काम कर ही नहीं सकती। शिलॉन्ग पुलिस उसे फंसाने के लिए कहानी गढ़ रही है। सोनम सिर्फ 25 साल की है, 10 साल की बच्ची नहीं है।"

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सोनम को किसी साजिश के तहत फंसाया जा रहा है और वहां की पुलिस का रवैया बेहद गैर-जिम्मेदाराना था।


राजा की मां का दर्द: उसके शरीर पर एक भी खरोंच नहीं

राजा की मां संगीता ने जब गाजीपुर में सोनम को देखा, तो हैरान रह गईं। अगर वह अगवा हुई थी या जान पर बन आई थी, तो एक खरोंच भी तो होती उसके शरीर पर। पर वो तो एकदम ठीक-ठाक थी।

संगीता का कहना है कि वह रोज़ बेटे की तस्वीर के सामने बैठती हैं और महसूस करती हैं कि राजा उनसे कुछ कह रहा है। मैं उससे कहती हूं बेटा, जिसने तेरे साथ गलत किया है, उसे सामने ला।


राजा के भाई विपिन का आरोप: 'सोनम ने सरेंडर नहीं किया'

विपिन रघुवंशी का कहना है कि सोनम ने सरेंडर नहीं किया, बल्कि उसे ढूंढा गया और पुलिस हिरासत में लिया गया। जब तक वह खुद कुछ कबूल नहीं करती, हम उसे दोषी नहीं मानते। हम उसकी बात सुनना चाहते हैं।


हत्या की योजना: सुपारी, स्कूटी और गाइड

डीजीपी नोंगरांग के अनुसार, सोनम ने पहले से योजना बना रखी थी। स्कूटी किराए पर ली गई, गाइड तय किया गया और रास्ते में कुछ हमलावरों से संपर्क कर लिया गया। शिलॉन्ग के एक गाइड ने दावा किया कि उसने सोनम और राजा को तीन युवकों के साथ जाते देखा था। ये तीनों हिंदी में बात कर रहे थे और उनके साथ सोनम कुछ दूरी पर चल रही थी।


सोनम की बरामदगी: एक मिस्ट्री

गाजीपुर एसपी डॉ. ईरज राजा का कहना है कि गश्त के दौरान पुलिस को सोनम ढाबे पर मिली, जबकि सोनम के परिवार का दावा है कि वह खुद ढाबे तक पहुंची और मदद मांगी। यह अभी स्पष्ट नहीं है कि वह वहां कैसे पहुंची, क्या किसी ने छोड़ा या वह खुद निकली?


वन स्टॉप सेंटर: सोनम की सुरक्षा का ठिकाना

सोनम को गाजीपुर के 'वन स्टॉप सेंटर' में रखा गया है। यह केंद्र हिंसा से प्रभावित महिलाओं को कानूनी, पुलिस, मेडिकल और काउंसलिंग जैसी सेवाएं एक ही छत के नीचे मुहैया कराता है। सोनम की सुरक्षा और पूछताछ की प्रक्रिया वहीं से की जा रही है।


अब आगे क्या?

मेघालय पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। एक अन्य की तलाश जारी है। सोनम को लेकर अब इंदौर और मेघालय की पुलिस की पूछताछ के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। सोनम को आखिर गाजीपुर कौन लेकर गया, वह किसके संपर्क में थी, और क्या वाकई उसने हत्या की साजिश रची थीइन सवालों के जवाब बाकी हैं।


 रिश्तों के पीछे छुपी साजिश या किसी गहरे जाल की शिकार?

राजा रघुवंशी की हत्या ने समाज को झकझोर दिया है। एक अरेंज मैरिज, कुछ ही दिन में हनीमून, और फिर हत्यायह घटनाक्रम जितना रहस्यमयी है, उतना ही पीड़ादायक भी। जहां एक ओर पुलिस सोनम को हत्यारों की साजिशकर्ता बता रही है, वहीं परिवार और समाज का बड़ा हिस्सा अभी भी उलझन में है।

क्या वाकई यह हत्या प्रेम और भरोसे की कब्र है? या सोनम सचमुच किसी बड़ी साजिश की शिकार है?
जवाब सोनम की जुबान से ही सामने आएगा।