ईरान-इज़राइल युद्ध पर अमेरिका का बड़ा हमला: फोर्डो समेत 3 परमाणु ठिकाने तबाह, ईरान ने किया पलटवार
मिडिल ईस्ट की सबसे बड़ी जंग अब अपने सबसे खतरनाक मोड़ पर पहुंच गई है। ईरान और इज़राइल के बीच पहले से चल रहे टकराव में अब अमेरिका ने पूरी ताकत से एंट्री ले ली है।

मुख्य बिंदु (Highlights):
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अमेरिका ने ईरान के तीन परमाणु ठिकानों – फोर्डो, नतांज और इस्फहान पर एकसाथ हमला किया
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बंकर बस्टर GBU-57A बमों का पहली बार बड़े पैमाने पर इस्तेमाल
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ईरान ने इज़राइल पर मिसाइलों की बौछार कर दी, तेल अवीव में सायरन
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रिवोल्यूशनरी गार्ड्स बोले: “युद्ध शुरू हो चुका है”
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ट्रंप का बयान: “FORDOW IS GONE” – अमेरिका ने ताकत दिखाई है
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अमेरिका की पनडुब्बियों ने 30 टॉमहॉक मिसाइलें दागीं
मिडिल ईस्ट की सबसे बड़ी जंग अब अपने सबसे खतरनाक मोड़ पर पहुंच गई है। ईरान और इज़राइल के बीच पहले से चल रहे टकराव में अब अमेरिका ने पूरी ताकत से एंट्री ले ली है। अमेरिका ने एक सुनियोजित ऑपरेशन के तहत ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों – फोर्डो, नतांज और इस्फहान – पर इतिहास का सबसे घातक सैन्य हमला किया है।
इस हमले में अमेरिका ने पहली बार अपने सबसे विनाशकारी हथियार GBU-57A ‘बंकर बस्टर’ बमों का उपयोग किया। कुल 12 बंकर बस्टर बम 6 B-2 स्पिरिट स्टील्थ बॉम्बर्स के जरिए फोर्डो और नतांज पर गिराए गए। नतांज पर अतिरिक्त दो बम एक अन्य B-2 द्वारा गिराए गए। ये बम इतने ताकतवर थे कि उन्होंने 60 से 90 मीटर गहराई में स्थित परमाणु साइटों को भी पूरी तरह तबाह कर दिया।
इसके साथ ही, अमेरिकी नौसेना की पनडुब्बियों से 30 टॉमहॉक क्रूज मिसाइलों की बारिश की गई। इस हमले में ईरान की न्यूक्लियर कैपेबिलिटी को बड़ा झटका लगा है।
ईरान पर हमले के बाद क्या बोले ट्रंप सुने -
हमले के बाद ट्रंप ने बयान देते हुए कहा – “Fordow is gone.” ट्रंप ने इसे एक “शक्ति प्रदर्शन” करार देते हुए कहा कि अमेरिका अब शांति चाहता है, लेकिन आतंक के खिलाफ कोई नरमी नहीं बरती जाएगी।
अमेरिका के इस हमले से भड़के ईरान ने इज़राइल पर जोरदार पलटवार किया। तेल अवीव में लगातार मिसाइल हमले हो रहे हैं, सायरनों की आवाज से पूरा शहर गूंज उठा है। इज़राइली डिफेंस फोर्स (IDF) ने जनता से बंकरों में सुरक्षित रहने की अपील की है।
वहीं, ईरान की रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने स्पष्ट तौर पर कहा – “अब हमारे लिए युद्ध शुरू हो चुका है, दुश्मन जहां दिखे, मार दो।” ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनेई के प्रतिनिधि ने अमेरिका के खिलाफ और भी बड़ा बयान देते हुए कहा – “बहरीन में अमेरिकी नौसेना पर हमला करो और हॉर्मुज जलडमरूमध्य को बंद कर दो।”
इस पूरे घटनाक्रम से मिडिल ईस्ट में हालात बेहद नाजुक हो गए हैं। दुनिया के सामने अब एक बड़ा संकट खड़ा हो गया है – क्या यह तीसरे विश्वयुद्ध की आहट है?